रायगढ़ में 12 नवंबर को 4 घंटे बिजली बंद — जानें कारण, प्रभावित इलाके और विभाग की तैयारी
रायगढ़ (छत्तीसगढ़)। शहरवासियों को बुधवार सुबह यानी 12 नवंबर 2025 को बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। जिले के विद्युत विभाग ने सूचना जारी कर बताया है कि सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक लगभग चार घंटे तक आपूर्ति बाधित रहेगी। इस दौरान शहर के कई प्रमुख इलाके, अस्पताल क्षेत्र, ग्रैंड मॉल, और आवासीय कॉलोनियों में बिजली गुल रहेगी।
यह रखरखाव कार्य 11 केवी और 33 केवी लाइन के मेन्टेनेन्स तथा पुराने तारों और ट्रांसफॉर्मरों की मरम्मत के लिए किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि यह नियत बिजली कटौती (Scheduled Power Shutdown) है ताकि आने वाले दिनों में उपभोक्ताओं को निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिल सके।
बिजली कटौती का कारण क्या है?
बिजली विभाग (CSPDCL) के अधिकारियों ने बताया कि यह मरम्मत कार्य Kelo Substation और Jindal feeder line से जुड़ा है। पिछले कुछ महीनों से कई क्षेत्रों में वोल्टेज में उतार-चढ़ाव और ओवरलोड की शिकायतें मिल रही थीं।
मुख्य कारण इस प्रकार हैं:
-
पुरानी 11 केवी लाइन की मरम्मत:
शहर के बीचोंबीच कई तार जर्जर हो चुके हैं। पुराने कंडक्टर को बदलकर नए एल्यूमिनियम कंडक्टर लगाए जाएंगे। -
ट्रांसफॉर्मर में तेल रिसाव की समस्या:
कुछ स्थानों पर ट्रांसफॉर्मर के ऑयल-लीक की शिकायतें थीं। इन्हें ठीक करने के लिए सप्लाई बंद की जाएगी। -
लोड बैलेंसिंग और फीडर अपग्रेडेशन:
आने वाले त्योहार सीजन के दौरान बिजली की खपत बढ़ जाती है, इसलिए पहले से ही लोड संतुलन के लिए यह तैयारी की जा रही है। -
ओवरहेड तारों की सुरक्षा जांच:
बरसात के बाद कई तार ढीले हो गए हैं, जिससे शॉर्ट सर्किट की घटनाएं बढ़ रही थीं। इन्हें कसने और पोल एलाइनमेंट ठीक करने की प्रक्रिया होगी।
किन-किन इलाकों में रहेगा प्रभाव?
विद्युत मंडल द्वारा जारी सूची के अनुसार निम्नलिखित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी:
-
चक्रधर नगर क्षेत्र (रेलवे फीडर लाइन)
-
कोतरा रोड
-
सिटी कोतवाली क्षेत्र
-
केलो चौक और ग्रैंड मॉल के आसपास
-
जिंदल कॉलोनी एवं टीपी नगर
-
गुरुनानक चौक से गांधीगंज क्षेत्र
-
सरस्वती नगर, सुभाष नगर, और ढिमरापुर रोड
-
मिलुपारा और बरमकेला रोड के कुछ हिस्से
-
सरकारी अस्पताल फीडर (आंशिक)
साथ ही ग्रामीण हिस्सों में — लैलूंगा, घरघोड़ा, तमनार और खरसिया के कुछ उप-केंद्रों पर भी 1–2 घंटे के लिए बिजली बाधित रहेगी।
अस्पतालों और सार्वजनिक सेवाओं पर असर
हालांकि, जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अस्पतालों, जल आपूर्ति केंद्रों और ट्रैफिक सिग्नल क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन क्षेत्रों में DG सेट और वैकल्पिक फीडर लाइन की व्यवस्था की गई है ताकि आपातकालीन सेवाएं प्रभावित न हों।
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और सरकारी ब्लड बैंक में पावर बैकअप सिस्टम पहले से चालू रखा गया है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव
12 नवंबर 2025 को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक होने वाली बिजली कटौती का सबसे बड़ा असर अस्पतालों, क्लीनिकों और डायग्नोस्टिक सेंटरों पर पड़ने की संभावना है। हालांकि प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था की है, फिर भी कुछ सेवाओं पर आंशिक बाधा रह सकती है।
प्रभावित क्षेत्र:
-
जिला अस्पताल रायगढ़ — सरकारी जनरेटर चालू रहेंगे, लेकिन नॉन-क्रिटिकल सेवाओं (जैसे लैब टेस्ट, एक्स-रे) में थोड़ी देरी संभव।
-
रायगढ़ मेडिकल कॉलेज — ICU, ऑपरेशन थिएटर और ब्लड बैंक में DG Set Backup उपलब्ध है।
-
प्राइवेट हॉस्पिटल्स (Apollo, Lifeline, City Care आदि) — सभी के पास इन्वर्टर व DG सेट हैं, परंतु वोल्टेज उतार-चढ़ाव के कारण कुछ मशीनों को अस्थायी रूप से बंद रखा जा सकता है।
विशेष निर्देश:
-
मरीजों को सुबह के अपॉइंटमेंट पुनः कन्फर्म करने की सलाह दी गई है।
-
लैब या स्कैन रिपोर्ट के लिए थोड़ी अतिरिक्त प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है।
जल आपूर्ति विभाग पर असर
नगर निगम जल कार्य विभाग ने बताया है कि बिजली कटौती के दौरान मोटर पंप बंद रहेंगे, जिससे कुछ इलाकों में सुबह का जल वितरण प्रभावित हो सकता है।
-
गुरुनानक चौक, ढिमरापुर रोड, सुभाष नगर, गांधीगंज में टंकी भरने में देरी हो सकती है।
-
जल विभाग ने अपील की है कि लोग पहले से पानी स्टोर कर लें।
ट्रैफिक और सड़क लाइट व्यवस्था
-
ट्रैफिक सिग्नल DG-Backup पर रहेंगे, लेकिन कुछ चौक (जैसे रेलवे स्टेशन रोड, रामभाटा चौक) में मैनुअल कंट्रोल किया जाएगा।
-
रात के समय कोई कटौती नहीं होगी, लेकिन सुबह 8–12 के दौरान कुछ सिग्नल अस्थायी रूप से बंद रह सकते हैं।
-
पुलिस विभाग ने अतिरिक्त जवानों को चौकियों पर तैनात किया है ताकि जाम या दुर्घटना की स्थिति न बने।
बैंक, सरकारी दफ्तर और स्कूल
-
कई बैंक शाखाओं में बैकअप इन्वर्टर है, परंतु इंटरनेट सर्वर डाउन होने से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में अस्थायी रुकावट हो सकती है।
-
शासकीय कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारियों को मैनुअल रजिस्टर प्रणाली अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।
-
कुछ स्कूलों में पहली पाली की कक्षाएं प्रभावित हो सकती हैं, खासकर वे जो डिजिटल बोर्ड या स्मार्ट क्लास पर निर्भर हैं।
आपातकालीन सेवाएं
-
फायर स्टेशन, पुलिस कंट्रोल रूम और एम्बुलेंस सेवाएं (108, 112) पूर्ण रूप से बैकअप पावर से संचालित रहेंगी।
-
जिला प्रशासन ने कहा है कि किसी भी आपात स्थिति में सेवाएं बाधित नहीं होंगी।
नागरिकों के लिए सलाह
-
जिन घरों में वृद्ध या बीमार सदस्य हैं, उनके लिए इन्वर्टर और बैटरी बैकअप तैयार रखें।
-
अस्पताल जाने वाले लोग अपना टोकन/अपॉइंटमेंट समय पहले से कन्फर्म करें।
-
DG सेट या जनरेटर के आसपास सुरक्षा दूरी बनाए रखें।
क्या करें जब बिजली कट जाए — उपभोक्ताओं के लिए उपयोगी सुझाव
बिजली विभाग ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं:
-
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को पहले से बंद कर दें।
फ्रिज, टीवी, कंप्यूटर और इन्वर्टर को कटौती शुरू होने से पहले ऑफ कर दें, ताकि वोल्टेज फ्लक्चुएशन से नुकसान न हो। -
इन्वर्टर और पावर बैंक चार्ज कर लें।
सुबह के समय ऑफिस या स्कूल जाने से पहले बैकअप डिवाइस चार्ज रखें। -
जरूरी काम पहले से निपटा लें।
पानी टंकी भर लें, कपड़े धोना या खाना बनाना जैसे कार्य सुबह 8 बजे से पहले पूरे कर लें। -
अस्पताल या क्लिनिक में अपॉइंटमेंट हो तो समय जांचें।
बिजली कटौती के दौरान कुछ मशीनें (जैसे एक्स-रे, लैब टेस्ट आदि) प्रभावित हो सकती हैं। -
फीडर लाइन के पास न जाएं।
बिजली मरम्मत कार्य के दौरान लाइनमैन के निर्देशों का पालन करें और तारों या पोल से दूरी बनाए रखें।
विभाग की तैयारी और अधिकारियों का बयान
CSPDCL रायगढ़ सर्कल के कार्यपालन अभियंता (EE) श्री एम.के. पाण्डेय ने बताया —
“बिजली कटौती जनता की असुविधा के लिए नहीं, बल्कि सुविधा के लिए है। पुराने तारों और उपकरणों को बदलने का यह अभियान अगले कुछ दिनों तक चलेगा। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि त्योहार और ठंड के मौसम में शहर को निर्बाध बिजली मिल सके।”
विभाग की टीमों को सुबह 7 बजे से ही फील्ड पर भेजा जाएगा। जहां कार्य जल्दी पूरा होगा, वहां बिजली 12 बजे से पहले बहाल कर दी जाएगी।
बिजली कटौती से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
प्र.1. क्या पूरे रायगढ़ जिले में बिजली बंद रहेगी?
नहीं, केवल चुनिंदा शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। ग्रामीण इलाकों में अधिकतम 1–2 घंटे का अल्पविराम रहेगा।
प्र.2. क्या यह रोजाना होने वाला शटडाउन है?
नहीं, यह नियोजित मेंटेनेंस शटडाउन है, जो हर कुछ महीनों में एक बार होता है।
प्र.3. क्या बिजली जल्दी बहाल हो सकती है?
हाँ, यदि कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा हो जाता है तो सप्लाई पहले भी चालू हो जाएगी।
प्र.4. किस नंबर पर शिकायत दर्ज करें?
उपभोक्ता 1912 हेल्पलाइन या CSPDCL मोबाइल ऐप पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
पृष्ठभूमि — रायगढ़ की बिजली व्यवस्था क्यों हो रही है चुनौतीपूर्ण?
रायगढ़ एक औद्योगिक जिला है जहाँ बड़ी-बड़ी इस्पात, ऊर्जा और खनन इकाइयाँ संचालित हैं। यहां बिजली की मांग प्रतिदिन 900–1000 मेगावॉट तक पहुँच जाती है। औद्योगिक लोड के साथ घरेलू खपत में भी तेजी आई है।
-
कई कॉलोनियों में पुराने 11 केवी फीडर हैं, जिन्हें अब अपग्रेड करने की जरूरत है।
-
गर्मी और सर्दी के बीच मौसम परिवर्तन के दौरान वोल्टेज फ्लक्चुएशन आम बात हो जाती है।
-
कई स्थानों पर भूमिगत केबल बिछाने की योजना पर काम चल रहा है, जिससे भविष्य में बिजली कटौती कम होगी।
भविष्य की योजना: स्मार्ट ग्रिड और सौर ऊर्जा
छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी (CSPDCL) ने 2025-26 वर्ष में Smart Grid System लागू करने की तैयारी शुरू की है।
इस परियोजना के अंतर्गत:
-
स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जो रीयल-टाइम डेटा देंगे।
-
Remote Monitoring System से ट्रांसफॉर्मर की स्थिति पता चलेगी।
-
कुछ इलाकों में सौर पैनल आधारित सप्लाई भी शुरू करने की योजना है, खासकर सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में।
यह सुधार आगे चलकर बिजली कटौती की आवश्यकता को बहुत कम करेगा।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
शहरवासियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने कहा कि बार-बार बिजली कटने से असुविधा होती है, वहीं कई नागरिकों ने इसे “जरूरी रखरखाव” करार दिया।
-
अनुज शर्मा (व्यवसायी): “सुबह का समय सबसे जरूरी होता है। उम्मीद है विभाग समय पर बिजली लौटा देगा।”
-
सीमा मिश्रा (गृहिणी): “अगर पहले से सूचना मिल जाती है तो तैयारी हो जाती है, विभाग को धन्यवाद।”
-
डॉ. मनीष अग्रवाल: “अस्पतालों में जनरेटर तो हैं, लेकिन बार-बार कटौती से मशीनों को नुकसान होता है।”
रायगढ़ में 12 नवंबर 2025 को निर्धारित यह 4-घंटे की बिजली कटौती शहर की विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में एक अहम कदम है।
हालांकि कुछ समय की असुविधा जरूर होगी, लेकिन इसके बाद उपभोक्ताओं को अधिक स्थिर और सुरक्षित आपूर्ति का लाभ मिलेगा।
विद्युत विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे धैर्य रखें, सतर्क रहें, और मरम्मत कार्य में सहयोग दें —
क्योंकि “थोड़ी सी असुविधा, लंबी सुविधा की गारंटी” ही इस अभियान का उद्देश्य है।
Next-
