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रायगढ़ बिजली कटौती 2025 जानें प्रभावित इलाके और जरूरी सावधानियाँ

“रायगढ़ में आज 11 इलाकों में बिजली कटौती: जानिए कारण, समय और बचाव के उपाय”

रायगढ़ शहर के निवासियों के लिये आज एक महत्वपूर्ण सूचना है: शहर के कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 11 इलाकों में आज लगभग 4 घंटे तक बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। Patrika News+2gurturgoth.com+2 इस प्रकार की कटौती अस्थायी है, लेकिन इसके पीछे का कारण समझना और इससे बचाव योजना बनाना बेहद महत्वपूर्ण है।


क्या कहा गया है विभाग ने?

बिजली विभाग ने सार्वजनिक सूचना जारी की है कि यह कटौती पुरानी खुले तारों, बड़े टॉवर या 11 केवी/33 केवी लाइन की मरम्मत के कारण है। उदाहरण के लिये, एक समाचार में कहा गया है:

इस प्रकार, यह एक पूर्व‑संधानात्मक रखरखाव कार्य है जिसे विभाग ने सुरक्षा, बेहतर आपूर्ति और भविष्य में अचानक कटौती की समस्याओं को कम करने के लिए किया जाना बताया है।

पुरानी खुले तारों


 बड़े टॉवर

शहर के आसपास और मुख्य फीडर मार्गों में बड़े टॉवर होते हैं जो 11 केवी या 33 केवी की लाइनें सपोर्ट करते हैं।

 11 केवी / 33 केवी लाइन की मरम्मत


किन इलाकों पर असर होगा?

विभाग ने बताया है कि प्रभावित इलाकों में मुख्य रूप से कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत आने वाले 11 स्थान शामिल हैं। उदाहरण स्वरूप निम्नलिखित प्रकार के इलाके:

हालाँकि समाचार में सभी 11 इलाकों का नाम नहीं दिया गया है, लेकिन एक स्रोत में ये इलाके दिए गए हैं: “सेवाकुंज रोड, हंडी चौक, गायत्री मंदिर क्षेत्र, महिला समृद्धि बाजार, अनाथालय…” इन जैसे इलाकों में कटौती होने की सूचना मिली है।

उपभोक्ताओं को सलाह है कि यदि आप इन इलाकों में रहते हैं तो बिजली बंदी का शेड्यूल ध्यान में रखें और आवश्यक तैयारी करें।


क्यों यह काम जरूरी माना गया?

इस तरह की कटौती केवल असुविधा नहीं बल्कि एक जरूरी रख‑रखाव कार्य का हिस्सा है। इसके पीछे कई कारण हैं:

  1. सुरक्षा चिंताएँ
    पुराने खुले तार, टूटे/ढीले कनेक्शन, खुले सेमी‑एवेनू तार — ये सभी विद्युत हादसों का खतरा बढ़ाते हैं। विभाग ने यह स्वीकार किया है कि “अब भी पुराने तार और खुले कनेक्शन मौजूद हैं।”

  2. भविष्य में बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित करना
    समय‑समय पर मेंटनेंस न करने पर अचानक बड़े फीडर ठप हो सकते हैं और आम उपयोगकर्ताओं को लंबी कटौती का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में पूर्व‑नियोजित कटौती‑कार्य छोटे समय के लिए बेहतर विकल्प है। उदाहरण स्वरूप, एक अन्य लेख में बताया गया है कि त्योहारी सीजन से पहले 11 केवी खुले तारों को कवर्ड तार में बदलने का कार्य चल रहा है।

  3. विभागीय दबाव एवं योजनाएं
    छत्तीसगढ़ के शहरी विद्युतीकरण योजनाएँ और अन्य योजनाएँ नियमित मेंटनेंस एवं अपग्रेडेशन पर ध्यान दे रही हैं। इससे शहर‑प्रशासन को आपूर्ति‑विभाग के साथ समन्वय करना पड़ता है। उदाहरण: एक लेख में उल्लेख था कि सुबह 10 से 2 बजे तक 33/11 KV सब‑स्टेशन से निकलने वाले फीडर पर काम चलने के कारण 14 इलाकों में बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी।

इस तरह, असुविधा व परेशानियाँ अस्थायी हो सकती हैं, लेकिन लंबी अवधि में लाभदायी कार्य है।


कटौती का असर – दैनिक जीवन पर

बिजली कटौती का असर सिर्फ जब बिजली नहीं आएगी तब नहीं बल्कि उससे पहले‑बाद में भी महसूस किया जाता है। निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार किया जा सकता है:

घरों पर असर

व्यापार / छोटे व्यवसायों पर असर

जन‑सुविधाओं पर असर


उपभोक्ता‑सुझाव: कैसे रहें तैयार

यदि आप इनमें शामिल इलाके या आसपास रहते हैं, तो नीचे दिए सुझावों का पालन कर सकते हैं:


विभाग व प्रशासन की भूमिका

जहाँ उपभोक्ताओं को तैयारी करनी है, वहीं विभाग एवं स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही भी बढ़ जाती है:


संभावित चुनौतियाँ व सुझाव

बेशक इस तरह का मेंटनेंस कार्य आवश्यक है, लेकिन चुनौतियाँ भी हैं जिनसे पार पाना होगा:

आज रायगढ़ के कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 11 इलाकों में लगभग 4 घंटे बिजली कटौती होगी। यह असुविधा स्वयं में छोटा लगता है लेकिन इसके पीछे का उद्देश्य है — पुराने खुले तारों, कमजोर कनेक्शन, खराब फीडरलाइन आदि को सुधारना। यदि यह कार्य सफल रहा तो भविष्य में अचानक व अनियोजित बिजली कटौती की समस्या कम होगी।

उपभोक्ताओं के लिए आज की स्थिति एक मौके जैसा है कि वह अपने जरूरी काम समय से पूरे करें, बैकअप व्यवस्था देख लें, एवं कटौती के समय को समझकर अनुकूल व्यवहार करें। वहीं विभाग की जिम्मेदारी है कि वह इस कार्य को प्रभावशाली रूप से संपन्न करे, पूर्व सूचना जारी करे, और कार्य के बाद सप्लाई को सुचारु बनाए।

यदि आप चाहें, तो मैं विभाग के शेड्यूल, कहीं‑कहीं हुए पिछले कटौती के रिकॉर्ड, या बैकअप उपकरणों के सुझाव भी तैयार कर सकता हूँ — क्या चाहेंगे?

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