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रायगढ़ में विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण 2025 अब तक 77.37% लक्ष्य पूरा

रायगढ़ जिले में विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण अभियान 2025  लोकतंत्र को सशक्त करने की दिशा में बड़ा कदम

लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत होती है जनता की भागीदारी, और जनता की भागीदारी तभी सार्थक होती है जब हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो। इसी उद्देश्य से देशभर में चुनाव आयोग द्वारा समय-समय पर विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण अभियान (Special Summary Revision) चलाया जाता है।
रायगढ़ जिले में यह अभियान 4 नवंबर 2025 से आरंभ हुआ है और आज भी पूरे जोश के साथ जारी है। अब तक जिले में 77.37 प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति हो चुकी है, जो इस बात का संकेत है कि लोग अपने मताधिकार को लेकर पहले से अधिक सजग और जिम्मेदार हुए हैं।

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 क्या है विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण अभियान?

विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण एक वार्षिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करता है कि देश के प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल हो सके।

इस प्रक्रिया के तहत—

यह अभियान न केवल मतदाता सूची को अद्यतन करता है बल्कि लोकतंत्र की सटीकता और विश्वसनीयता को भी बनाए रखता है।

 रायगढ़ जिले में अभियान की शुरुआत

रायगढ़ जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा 4 नवम्बर 2025 से यह अभियान प्रारंभ किया गया।
इस अभियान में प्रशासन ने स्पष्ट लक्ष्य तय किया था कि अधिक से अधिक पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में जोड़ा जाए और जिनकी जानकारी गलत है, उसे संशोधित किया जाए।

इस अभियान की निगरानी जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर के नेतृत्व में की जा रही है। साथ ही प्रत्येक विकासखंड स्तर पर ब्लॉक स्तर अधिकारी, बीएलओ (Booth Level Officer) और सुपरवाइजिंग स्टाफ को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं।

 अब तक की प्रगति – 77.37% लक्ष्य पूरा

जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, 13 नवंबर तक रायगढ़ जिले में 77.37 प्रतिशत लक्ष्य की पूर्ति हो चुकी है।
इसमें सबसे अधिक प्रगति शहरी इलाकों और शिक्षित वर्गों में देखने को मिली है, जहां लोग ऑनलाइन माध्यमों से भी अपना पंजीकरण करा रहे हैं।

हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कुछ प्रतिशत कार्य बाकी है, जिसे पूरा करने के लिए प्रशासन ने विशेष जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है।

 ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सुविधा

निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए नागरिकों को दो प्रमुख माध्यम प्रदान किए हैं:

  1. ऑनलाइन माध्यम (NVSP Portal / Voter Helpline App):
    नागरिक www.nvsp.in या Voter Helpline App के माध्यम से अपने मोबाइल से ही नाम जोड़ने, सुधार करने या हटाने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

  2. ऑफलाइन माध्यम:
    बूथ स्तर अधिकारी (BLO) अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर फॉर्म भरवा रहे हैं। फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ने के लिए), फॉर्म-8 (सुधार हेतु) और फॉर्म-7 (नाम हटाने हेतु) का प्रयोग किया जा रहा है।

इस प्रकार, हर नागरिक को सुविधा दी गई है कि वह अपनी स्थिति के अनुसार किसी भी माध्यम से भागीदारी कर सके।

 प्रशासनिक तैयारी और निगरानी

रायगढ़ जिला प्रशासन ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं —

 ग्रामीण क्षेत्रों में प्रयास

ग्रामीण इलाकों में अक्सर साक्षरता की कमी और सूचना की अनुपलब्धता के कारण मतदाता सूची अद्यतन कार्य में देरी होती है।
इस बार प्रशासन ने इन चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विशेष रणनीति अपनाई है —

 युवा मतदाताओं की बढ़ती भागीदारी

इस बार अभियान में 18 से 21 वर्ष के युवाओं की भागीदारी विशेष रूप से उत्साहजनक रही है।
कई शिक्षण संस्थानों में ‘My First Vote My Right’ जैसे स्लोगन के साथ जागरूकता रैली आयोजित की गई।
युवा वर्ग ने सोशल मीडिया पर भी #VoteForRaigarh और #RegisterNow जैसे हैशटैग चलाकर अभियान को लोकप्रिय बनाया है।

 महिला मतदाताओं का योगदान

रायगढ़ जिले में महिला मतदाताओं की संख्या पहले से ही उल्लेखनीय है, और इस अभियान में महिलाओं की भागीदारी ने अभियान की सफलता को और मजबूत किया है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला स्वसहायता समूहों ने भी ग्रामीण महिलाओं को प्रोत्साहित किया कि वे अपने और अपने परिवार के नाम मतदाता सूची में सुनिश्चित करवाएं।

लोकतंत्र की सशक्त आवाज़

रायगढ़ जिले में विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण 2025 अभियान की एक उल्लेखनीय विशेषता रही है — महिलाओं की सक्रिय भागीदारी।
जिले के हर विकासखंड से यह देखने को मिला कि महिलाएँ अब सिर्फ मतदान करने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे मतदाता सूची के अद्यतन कार्य में भी नेतृत्वकारी भूमिका निभा रही हैं।

 महिलाओं में बढ़ती जागरूकता

पिछले कुछ वर्षों में महिला मतदाताओं की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है।
इस बार पुनरीक्षण अभियान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मितानिनों, स्व-सहायता समूहों (SHGs) और पंचायत प्रतिनिधियों ने मिलकर महिलाओं को मतदाता सूची में अपना नाम सुनिश्चित करवाने के लिए प्रेरित किया।
कई ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने अपने परिवार के सभी सदस्यों के लिए स्वयं फॉर्म भरवाए — जो लोकतंत्र के प्रति उनकी सजगता का प्रमाण है।

 निर्वाचन आयोग का उद्देश्य

भारत निर्वाचन आयोग का मुख्य उद्देश्य है —

“हर पात्र नागरिक को मतदाता सूची में शामिल करना और किसी भी प्रकार की त्रुटि या दोहराव से बचना।”

इसी दिशा में इस पुनरीक्षण अभियान को पारदर्शिता, तकनीकी दक्षता और नागरिक भागीदारी के तीन स्तंभों पर आधारित किया गया है।
आयोग चाहता है कि वर्ष 2026 में संभावित चुनावों से पहले मतदाता सूची पूरी तरह अद्यतन और त्रुटिरहित हो।

 जागरूकता कार्यक्रम

अभियान के दौरान जिले में कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं —

 अभियान की चुनौतियाँ

हालांकि 77.37% लक्ष्य पूरा होना एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं —

  1. दूरस्थ गांवों में इंटरनेट और तकनीकी बाधाएँ।

  2. कुछ लोग मतदाता सूची में सुधार को लेकर जागरूक नहीं।

  3. कुछ क्षेत्रों में दस्तावेज़ों की कमी के कारण आवेदन अटके हुए।

इन चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन ने मोबाइल वेरिफिकेशन टीम और स्थानीय शिविरों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई है।

 प्रशासनिक अधिकारियों की अपील

जिला निर्वाचन अधिकारी ने नागरिकों से अपील की है —

“यदि आपने 1 जनवरी 2026 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर ली है, तो आपका नाम मतदाता सूची में अवश्य होना चाहिए। अपने और अपने परिवार के सदस्यों का नाम जाँचें और यदि कोई त्रुटि हो, तो तुरंत सुधार करवाएँ।”

उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक रविवार को विशेष कैंप डे रखा गया है, जिसमें बीएलओ उपस्थित रहेंगे और नागरिकों के आवेदन मौके पर ही लिए जाएंगे।

 तकनीकी पारदर्शिता

इस बार के अभियान की एक खास बात यह है कि सभी आवेदन ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से डिजिटल ट्रैकिंग से जुड़े हुए हैं।
प्रत्येक आवेदन का स्टेटस रियल टाइम में देखा जा सकता है।
इससे पारदर्शिता बढ़ी है और लोगों को भरोसा मिला है कि उनकी जानकारी सुरक्षित और अपडेटेड रहेगी।

 लोकतंत्र की मजबूती की दिशा में

मतदाता सूची का अद्यतन कार्य सिर्फ एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह लोकतंत्र की आत्मा से जुड़ा हुआ कार्य है।
क्योंकि अगर नागरिक सूची में नहीं है, तो वह मतदान नहीं कर पाएगा, और मतदान से वंचित रहना लोकतंत्र के मूल अधिकार से वंचित होना है।
रायगढ़ जिले में यह अभियान इस सोच को मजबूत कर रहा है कि हर वोट की कीमत है और हर नागरिक का नाम जरूरी है।

 नागरिकों की भूमिका

इस अभियान की सफलता में जनता की सक्रिय भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है।
हर नागरिक को चाहिए कि —

रायगढ़ जिले का विशेष निर्वाचन पुनरीक्षण अभियान 2025 लोकतांत्रिक सहभागिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अब तक 77.37% लक्ष्य पूरा होना दर्शाता है कि जिले के नागरिक लोकतंत्र के प्रति जागरूक हो रहे हैं।
प्रशासन की तत्परता, तकनीकी सहयोग और नागरिकों की जिम्मेदारी ने इस अभियान को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है।

भविष्य में यह उम्मीद की जा सकती है कि शेष कार्य भी समय पर पूर्ण होगा और रायगढ़ जिला 100% मतदाता पंजीकरण वाले जिलों में अपनी पहचान बनाएगा।

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