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घरघोड़ा के छोटे राम मंदिर में तोड़फोड़, श्रद्धालुओं में आक्रोश”

घरघोड़ा में आस्था पर हमला छोटे राम मंदिर में मूर्तियाँ तोड़ी गईं, श्रद्धालुओं में रोष

रायगढ़, छत्तीसगढ़ | 31 अक्टूबर 2025
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के घरघोड़ा थाना क्षेत्र के नेगिपारा इलाके में आज सुबह एक छोटी सी बस्ती में स्थित राम मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। स्थानीय लोगों ने सुबह जब मंदिर में पूजा के लिए दरवाजा खोला, तो देखा कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण की मूर्तियाँ टूटी हुई हालत में नाली के पास पड़ी थीं। यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

आज सुबह घरघोड़ा थाना क्षेत्र के नेगिपारा इलाके में एक छोटे राम मंदिर में शरारती तत्वों द्वारा मूर्तियाँ तोड़ी गईं और नाली में फेंकी गईं। ibc24.in+2Amar Ujala+2


घटना की शुरुआत सुबह की आरती से पहले दिखा विध्वंस का दृश्य

शुक्रवार की सुबह लगभग 6:30 बजे स्थानीय श्रद्धालु आरती और साफ-सफाई के लिए मंदिर पहुँचे। जैसे ही उन्होंने मंदिर के दरवाजे खोले, अंदर का दृश्य देखकर सब सन्न रह गए। भगवान की मूर्तियाँ टूटी हुई थीं और कुछ टुकड़े बाहर नाली में पड़े थे। मंदिर के दीवारों पर हल्के नुकसान के निशान भी मिले हैं।

स्थानीय निवासी हरिशंकर यादव ने बताया —

“हम रोज सुबह पूजा करने आते हैं, लेकिन आज मंदिर का हाल देखकर दिल रो पड़ा। ऐसा करने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।”


सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस, जांच शुरू

घटना की सूचना मिलते ही घरघोड़ा थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुँची।
पुलिस ने मौके का मुआयना किया, आसपास के लोगों से पूछताछ की और CCTV फुटेज की तलाश शुरू कर दी है।

थाना प्रभारी ने बताया —

“प्राथमिक जांच में यह शरारती तत्वों का काम लगता है। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने की कोशिश की गई है। आरोपियों की पहचान के लिए टीम गठित कर दी गई है और जल्द गिरफ्तारी होगी।”


गाँव में तनाव, लेकिन स्थिति नियंत्रण में

घटना के बाद गाँव में माहौल तनावपूर्ण हो गया। लोग बड़ी संख्या में मंदिर के पास एकत्रित हो गए। हालांकि, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुँचकर लोगों को शांत रहने की अपील की।

एसडीओपी (घरघोड़ा) ने बताया कि प्रशासन की प्राथमिकता कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति न बने।

ग्रामीणों ने माँग की है कि

  1. दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।

  2. मंदिर की मरम्मत जल्द कराई जाए।

  3. इलाके में रात में पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।


सोशल मीडिया पर घटना वायरल

घटना की तस्वीरें और वीडियो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। फेसबुक और व्हाट्सएप ग्रुप्स में लोगों ने गुस्से का इज़हार किया। कई लोगों ने लिखा कि यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है, जिस पर हमला किया गया है।

स्थानीय युवा संगठनों और धार्मिक समितियों ने कहा है कि अगर दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन करेंगे।


जांच के प्रमुख बिंदु

पुलिस फिलहाल निम्न बिंदुओं पर जांच केंद्रित कर रही है —

  1. रात के समय मंदिर के आसपास किसे देखा गया?

  2. क्या कोई व्यक्तिगत विवाद या पुराना झगड़ा इस घटना के पीछे है?

  3. मंदिर के पास लगे CCTV कैमरे से कोई सुराग मिला है या नहीं?

  4. क्या यह जानबूझकर धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश है?

सूत्रों के अनुसार, कुछ युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।


मंदिर का इतिहास और स्थानीय जुड़ाव

नेगिपारा का यह छोटा राम मंदिर लगभग 25 साल पुराना है। स्थानीय ग्रामीणों ने मिलकर दान और श्रमदान से इसका निर्माण कराया था। यह गाँव की आस्था और एकता का प्रतीक माना जाता है।
हर साल यहाँ राम नवमी और दीपावली के अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

ग्रामीण बताते हैं कि—

“यह मंदिर सिर्फ पूजा का स्थान नहीं, बल्कि हमारी पहचान है। यहाँ गाँव के हर धर्म और जाति के लोग मिलकर त्योहार मनाते हैं।”


धार्मिक आस्था से छेड़छाड़ कानूनी पक्ष

भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 295 और 295A के तहत धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले कृत्यों के लिए सख्त सजा का प्रावधान है।
इस मामले में भी पुलिस ने इन्हीं धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
अगर आरोपी दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें तीन साल तक की जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है।


राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और प्रशासन की अपील

घटना के बाद स्थानीय जनप्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों ने भी इस तोड़फोड़ की निंदा की है।
रायगढ़ विधायक और स्थानीय पंचायत सदस्यों ने कहा कि—

“धार्मिक स्थलों पर इस तरह की घटनाएँ समाज को बांटने की साजिश हैं। प्रशासन को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई ऐसी हिम्मत न करे।”

वहीं प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।


श्रद्धालुओं ने की पुनर्स्थापना की तैयारी

गाँव के लोगों ने मिलकर मंदिर की सफाई और मरम्मत की शुरुआत कर दी है। टूटे हुए मूर्तियों को सम्मानपूर्वक अलग रखा गया है और जल्द ही नई मूर्तियाँ स्थापित करने का संकल्प लिया गया है।
ग्राम पंचायत ने कहा कि मंदिर की सुरक्षा के लिए अब रात में सीसीटीवी कैमरे और लाइटिंग व्यवस्था भी की जाएगी।

एक बुजुर्ग श्रद्धालु ने कहा —

“मूर्ति टूटी है, लेकिन हमारी आस्था नहीं टूटी। भगवान का अपमान करने वालों को न्याय मिलेगा।”


आस्था पर चोट, लेकिन एकता से मिलेगी शक्ति

घरघोड़ा की यह घटना सिर्फ एक मंदिर की नहीं, बल्कि पूरे समाज की धार्मिक संवेदनशीलता से जुड़ी है। ऐसी घटनाएँ यह याद दिलाती हैं कि सामाजिक सौहार्द और आपसी एकता कितनी ज़रूरी है।

ग्रामीणों ने इस दर्दनाक घटना के बावजूद शांति और संयम बनाए रखा, जो एक सकारात्मक संदेश देता है। पुलिस प्रशासन की सक्रियता से उम्मीद है कि दोषियों को जल्द पकड़कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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