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The Alok Panda Show में Ram Kumar Hota ने बताया – कैसे अबेकस बच्चों के दिमाग को सुपरकंप्यूटर बना देता है!

The Alok Panda Show में Ram Kumar Hota ने साझा किया अबेकस शिक्षा का गहन ज्ञान

बच्चों के मानसिक विकास, भविष्य की तैयारी और शिक्षा के नए दृष्टिकोण पर एक प्रेरक संवाद

 शो The Alok Panda Show | अतिथि Ram Kumar Hota (अबेकस विशेषज्ञ)

आज के समय में जब डिजिटल एजुकेशन का युग तेजी से बढ़ रहा है, ऐसे में The Alok Panda Show के एक विशेष एपिसोड में अबेकस शिक्षा पर केंद्रित चर्चा ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। इस एपिसोड में Ram Kumar Hota, जो वर्षों से अबेकस ट्रेनिंग और ब्रेन डेवलपमेंट के क्षेत्र में कार्यरत हैं, ने अबेकस की उपयोगिता, बच्चों के मानसिक विकास में इसकी भूमिका, और इसकी आधुनिक शिक्षा प्रणाली में आवश्यकता पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।


अबेकस क्या है और यह क्यों जरूरी है?

राम कुमार होता ने बातचीत की शुरुआत इस बात से की कि अबेकस केवल गणित सीखने का उपकरण नहीं है, बल्कि यह एक ब्रेन डेवलपमेंट सिस्टम है जो बच्चों के Left Brain और Right Brain दोनों को सक्रिय करता है।
उन्होंने बताया कि जब बच्चा अबेकस पर कैलकुलेशन करता है, तो वह केवल उंगलियों से मोतियों को हिलाता नहीं, बल्कि अपने दिमाग में अबेकस की कल्पना करता है। यह प्रक्रिया Visualization PowerMemoryConcentration, और Analytical Thinking को एक साथ विकसित करती है।

उन्होंने कहा —

“आज के बच्चे मोबाइल और इंटरनेट के युग में हैं। लेकिन अगर हम चाहते हैं कि उनका दिमाग तेज़ी से और संतुलित रूप से विकसित हो, तो अबेकस जैसी तकनीकें उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाती हैं।”


अबेकस कैसे बच्चों की शिक्षा प्रणाली को बदल सकता है

अबेकस बच्चों को सिर्फ तेज़ गणना करने की क्षमता नहीं देता, बल्कि यह उन्हें “सोचने” की एक नई दिशा देता है।
राम कुमार होता ने बताया कि अबेकस सीखने वाले बच्चे सामान्य बच्चों की तुलना में तीन गुना तेजी से गणना कर सकते हैं, और उनकी स्मरण शक्ति भी अधिक होती है।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई बार बच्चे गणित से डरते हैं, लेकिन जब वे अबेकस सीखते हैं, तो यह डर आत्मविश्वास में बदल जाता है।

“अबेकस बच्चों के लिए मैथ्स को एक गेम की तरह बना देता है। जब वे नंबरों से खेलने लगते हैं, तो गणित उनका सबसे पसंदीदा विषय बन जाता है।”


 ऑनलाइन अबेकस – शिक्षा की नई दिशा

The Alok Panda Show में इस बात पर भी चर्चा हुई कि कैसे अबेकस को ऑनलाइन माध्यम से पूरे भारत में सिखाया जा सकता है।
अलॉक पांडा ने सवाल किया कि “क्या ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से अबेकस सिखाना संभव है?”

इस पर राम कुमार होता ने कहा —

“आज के समय में यह न सिर्फ संभव है, बल्कि आवश्यक भी है। ऑनलाइन माध्यम से देश के किसी भी कोने का बच्चा अबेकस सीख सकता है। हम हफ्ते में सिर्फ दो घंटे की क्लास के ज़रिए बच्चों के दिमाग में असाधारण बदलाव ला सकते हैं।”

उन्होंने बताया कि कई छात्र, विशेष रूप से छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों से, ऑनलाइन अबेकस सीख रहे हैं और अपनी पढ़ाई में बेहतर परिणाम दे रहे हैं।


अभिभावकों के लिए संदेश

राम कुमार होता ने शो में अभिभावकों को संदेश देते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ स्कूल की पढ़ाई काफी नहीं है।

“अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा आत्मविश्वासी, एकाग्रचित्त और निर्णय लेने में सक्षम बने, तो उसे अबेकस जैसी मानसिक विकास की शिक्षा ज़रूर दिलवाएं।”

उन्होंने समझाया कि अबेकस बच्चों में सिर्फ गणितीय कौशल नहीं, बल्कि Focus, Imagination, और Logical Power बढ़ाता है — जो जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी होती है।


अलोक पांडा की चर्चा और गहन प्रश्न

शो के दौरान Alok Panda ने अबेकस शिक्षा से जुड़े कई दिलचस्प सवाल पूछे, जैसे:

राम कुमार होता ने स्पष्ट किया कि अबेकस किसी आयु से सीमित नहीं है — यह 5 से 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए सबसे प्रभावी है, लेकिन वयस्कों के लिए भी यह एक मानसिक कसरत के रूप में उपयोगी हो सकता है।


अबेकस और भारत का भविष्य

आज जब भारत “Viksit Bharat 2047” की दिशा में आगे बढ़ रहा है, तो बच्चों की बौद्धिक क्षमता और मानसिक संतुलन का विकास बेहद जरूरी है।
राम कुमार होता ने कहा कि अगर भारत में हर स्कूल में अबेकस जैसी ब्रेन डेवलपमेंट शिक्षा लागू की जाए, तो हमारे आने वाले जनरेशन में Problem SolvingCreative Thinking, और Leadership जैसी क्षमताएँ स्वतः विकसित होंगी।

उन्होंने कहा —

“Education सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। असली शिक्षा वो है जो सोचने की शक्ति विकसित करे। और यही अबेकस का सबसे बड़ा उद्देश्य है।”


 अबेकस और वैदिक मैथ्स – क्या दोनों समान हैं?

एक दिलचस्प पल में अलोक पांडा ने यह प्रश्न उठाया कि क्या अबेकस और वैदिक मैथ्स एक ही चीज़ हैं।
राम कुमार होता ने स्पष्ट किया —

“दोनों का उद्देश्य बच्चों में तेज़ गणना की क्षमता बढ़ाना है, लेकिन उनकी प्रक्रिया अलग है। वैदिक मैथ्स ‘Mental Formulae’ पर आधारित है, जबकि अबेकस ‘Visual Calculation’ पर। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं।”


अबेकस शिक्षा और रोजगार के अवसर

चर्चा के दौरान यह भी सामने आया कि अबेकस न केवल बच्चों के लिए उपयोगी है, बल्कि यह युवाओं के लिए रोजगार का एक बड़ा माध्यम भी बन सकता है।
राम कुमार होता ने बताया कि आज देश में हजारों प्रशिक्षक अबेकस कोच के रूप में काम कर रहे हैं और अच्छा करियर बना रहे हैं।

“अगर कोई व्यक्ति बच्चों को सिखाने में रुचि रखता है, तो अबेकस ट्रेनर बनना एक सम्मानजनक और लाभदायक पेशा है।”


एक ज्ञानवर्धक एपिसोड

The Alok Panda Show का यह एपिसोड शिक्षा, अभिभावकता और बच्चों के मानसिक विकास में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति के लिए बेहद ज्ञानवर्धक रहा।
इस चर्चा ने यह सिद्ध कर दिया कि भले ही तकनीक बदल रही हो, लेकिन दिमाग को प्रशिक्षित करने के पारंपरिक तरीके आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं।

अंत में Alok Panda ने कहा —

“अगर हम बच्चों को भविष्य के लिए तैयार करना चाहते हैं, तो हमें उन्हें सिर्फ पढ़ाना नहीं, सोचने की कला सिखानी होगी — और अबेकस उस दिशा में एक सुनहरा कदम है।”


 

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