छत्तीसगढ़ में इनोवेशन और निवेश को बढ़ावा देने वाला स्टार्टअप महाकुंभ
भारत आज डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रहा है, और इसी दिशा में छत्तीसगढ़ राज्य भी तेजी से कदम बढ़ा रहा है। राज्य सरकार और निजी निवेशकों के सहयोग से आयोजित “TechStart 2025” एक ऐसा मंच बना, जिसने स्टार्टअप्स, निवेशकों और तकनीकी विशेषज्ञों को एक साथ लाकर नवाचार, उद्यमिता और रोजगार के नए अवसरों को जन्म दिया। यह आयोजन न केवल तकनीकी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ, बल्कि यह राज्य के युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना।
स्टार्टअप एवं टेक्नोलॉजी फोकस: “TechStart 2025” आयोजन के तहत निवेश और इनोवेशन को बढ़ावा। Rediff+2The New Indian Express+2
TechStart 2025 क्या है?
“TechStart 2025” छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित एक टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप इनोवेशन समिट है, जिसका उद्देश्य राज्य में नवाचार-आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इस आयोजन में देशभर से स्टार्टअप फाउंडर्स, एंजेल इन्वेस्टर्स, टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स, और सरकारी अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य मकसद था —
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स्टार्टअप इकोसिस्टम को सशक्त बनाना,
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युवाओं को नई तकनीकों में प्रशिक्षण देना,
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और छत्तीसगढ़ को टेक्नोलॉजी इनोवेशन का हब बनाना।
मुख्य आकर्षण और आयोजन की प्रमुख झलकियाँ
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स्थान नया रायपुर (अटल नगर)
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तिथि 4 से 6 नवंबर 2025
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मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, और नीति आयोग के प्रतिनिधि
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प्रतिभागी देश-विदेश से 300+ स्टार्टअप, 50+ निवेशक, और 10,000 से अधिक युवा उद्यमी
इस आयोजन में “TechStart Innovation Pavilion” की स्थापना की गई, जहाँ विभिन्न सेक्टरों के स्टार्टअप्स ने अपनी नवीनतम तकनीकों और उत्पादों का प्रदर्शन किया — जैसे ग्रीन एनर्जी, फिनटेक, हेल्थटेक, एग्रीटेक और AI (Artificial Intelligence) आधारित समाधान।
छत्तीसगढ़ में स्टार्टअप कल्चर की नई उड़ान
“TechStart 2025” ने राज्य के स्टार्टअप इकोसिस्टम में नई ऊर्जा भर दी। यहाँ स्थानीय कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से आए विद्यार्थियों को इनोवेशन, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट और फंडिंग प्रक्रिया की जानकारी दी गई।
छत्तीसगढ़ सरकार ने इस अवसर पर “StartUp Chhattisgarh 2.0” नीति की घोषणा की, जिसके तहत
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नए स्टार्टअप्स को ₹10 लाख तक की सीड फंडिंग,
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5 साल तक टैक्स में छूट,
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और इन्क्यूबेशन सेंटर की सुविधा दी जाएगी।
इस नीति से ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के युवाओं को भी उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
प्रमुख सत्र और चर्चाएँ
TechStart 2025 के दौरान कई पैनल डिस्कशन और वर्कशॉप्स आयोजित किए गए। कुछ प्रमुख सत्र इस प्रकार रहे
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“AI for Bharat” — आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भारत के विकास में योगदान।
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“Green Future” — सतत विकास और पर्यावरण-मित्र टेक्नोलॉजी पर चर्चा।
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“Startup Funding Simplified” — निवेश प्राप्त करने की रणनीतियाँ।
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“Women in Tech” — महिला उद्यमियों के लिए अवसर और चुनौतियाँ।
इन सत्रों में देश के कई अग्रणी उद्यमियों जैसे नंदन निलेकणी, बायजूस के बायजू रवींद्रन, और पेटीएम के विजय शेखर शर्मा ने अपने अनुभव साझा किए।
निवेश और साझेदारी
TechStart 2025 के दौरान करीब ₹300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव आए। इनमें से कई निवेश छत्तीसगढ़-आधारित स्टार्टअप्स को मिले जो हेल्थटेक और कृषि-टेक से जुड़े थे।
इसके अलावा, IIT रायपुर और IIIT नया रायपुर ने इंडस्ट्री-एकेडेमिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए ताकि तकनीकी शोध और विकास को प्रोत्साहन मिल सके।
स्थानीय नवाचार “Made in Chhattisgarh” स्टार्टअप्स
आयोजन में कई स्थानीय स्टार्टअप्स ने अपनी पहचान बनाई, जैसे
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AgroNext: किसानों के लिए सोलर-आधारित स्मार्ट सिंचाई प्रणाली।
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HealthVeda: ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के लिए टेलीमेडिसिन ऐप।
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EcoBrick: प्लास्टिक कचरे से टिकाऊ निर्माण सामग्री बनाने वाला स्टार्टअप।
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SmartCity Cg: शहरी प्रबंधन में IoT (Internet of Things) आधारित समाधान।
इन नवाचारों ने साबित किया कि छत्तीसगढ़ के युवा भी तकनीकी नवाचार में किसी से पीछे नहीं।
डिजिटल इंडिया के लक्ष्य की दिशा में योगदान
TechStart 2025 को “Digital India Mission” का विस्तार भी कहा जा सकता है, क्योंकि इसका उद्देश्य राज्य स्तर पर डिजिटल इकोसिस्टम को मजबूत बनाना है।
यह आयोजन केंद्र सरकार के “Viksit Bharat 2047” विजन से भी मेल खाता है, जहाँ टेक्नोलॉजी को आर्थिक विकास का मुख्य इंजन माना गया है।
महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन
इस आयोजन की खास बात यह रही कि महिला स्टार्टअप फाउंडर्स के लिए विशेष पैनल और फंडिंग सपोर्ट योजनाएँ चलाई गईं।
“Women Innovators Challenge” के तहत कई महिला उद्यमियों को पुरस्कृत किया गया जिन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट नवाचार प्रस्तुत किए।
भविष्य की दिशा
TechStart 2025 के समापन पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि जल्द ही “Chhattisgarh Innovation Park” की स्थापना की जाएगी, जहाँ हर जिले से आए नवाचारकों को फ्री लैब्स, मेंटोरशिप और फंडिंग सहायता दी जाएगी।
इसके साथ ही राज्य सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक 1,000 नए स्टार्टअप्स को पंजीकृत किया जाए।
“TechStart 2025” न केवल एक आयोजन था, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के तकनीकी भविष्य का खाका भी था। इस समिट ने यह साबित कर दिया कि सही दिशा और समर्थन मिलने पर छत्तीसगढ़ के युवा उद्यमी विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता रखते हैं।
यह आयोजन राज्य की नवाचार-आधारित अर्थव्यवस्था की नींव रखता है और आने वाले वर्षों में इसे भारत के प्रमुख टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में मजबूत कदम है।
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