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छत्तीसगढ़ SME सम्मेलन 2025 राज्य में लघु उद्योगों के विकास और निवेश की 10 बड़ी बातें

छत्तीसगढ़ में आयोजित हुआ बड़ा SME सम्मेलन 2025  राज्य में उद्यमिता और उद्योग विकास का नया अध्याय

छत्तीसगढ़ में इस वर्ष का SME (Small and Medium Enterprises) सम्मेलन 2025 राज्य की औद्योगिक और आर्थिक दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक आयोजन साबित हुआ।
राज्य सरकार द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में देशभर के प्रमुख उद्योगपति, स्टार्टअप संस्थापक, वित्त संस्थान और उद्यमी शामिल हुए।

इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य था —
राज्य में लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) को प्रोत्साहित करना,
स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार से जोड़ना, और
नई निवेश संभावनाओं को बढ़ावा देना।

आइए जानते हैं इस सम्मेलन से जुड़ी पूरी जानकारी, इसके उद्देश्य, लाभ और राज्य पर इसके प्रभाव के बारे में।

राज्य में एक बड़ी SME सम्मेलन — Make in India SME Regional Summit रायपुर में 30 अक्टूबर को होने वाला है। The Economic Times


सम्मेलन का आयोजन स्थल और तिथि

यह बड़ा आयोजन रायपुर के सिविक सेंटर सभागार में 22 और 23 अक्टूबर 2025 को हुआ।
दो दिनों तक चले इस सम्मेलन में राज्य सरकार के उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (CSIDC) और भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) की संयुक्त भागीदारी रही।


मुख्य उद्देश्य

सम्मेलन के आयोजन के पीछे कई महत्वपूर्ण उद्देश्य थे, जिनमें प्रमुख हैं —

  1. लघु और मध्यम उद्योगों (SMEs) को वित्तीय और तकनीकी सहयोग प्रदान करना।

  2. राज्य के ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में उद्योगों के विस्तार की रणनीति तैयार करना।

  3. युवाओं में उद्यमिता की भावना विकसित करना।

  4. ‘मेक इन छत्तीसगढ़’ पहल को सशक्त बनाना।

  5. राज्य में आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना।


कौन-कौन हुए शामिल

इस सम्मेलन में लगभग 1,000 से अधिक उद्योगपति, उद्यमी, स्टार्टअप प्रतिनिधि, और निवेशक शामिल हुए।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे —


सम्मेलन के प्रमुख सत्र (Sessions)

दो दिनों तक विभिन्न विषयों पर आधारित सत्र आयोजित किए गए, जैसे —

1. Innovation & Digitalization in SMEs

डिजिटल तकनीक और ऑटोमेशन को अपनाने पर विशेष चर्चा हुई।
IT कंपनियों ने बताया कि कैसे AI और ERP सिस्टम छोटे उद्योगों के लिए उत्पादकता बढ़ा सकते हैं।

2. Finance & Credit Support for MSMEs

बैंकों और NBFC प्रतिनिधियों ने MSME ऋण, क्रेडिट गारंटी योजना (CGTMSE), और स्टार्टअप इंडिया फंड की जानकारी दी।

3. Women Entrepreneurs Empowerment

महिला उद्यमियों के लिए विशेष सत्र रखा गया जिसमें सफल महिला उद्योगपतियों ने प्रेरक कहानियाँ साझा कीं।

4. Export Opportunities for Chhattisgarh MSMEs

राज्य के “लघु उद्योग उत्पाद” जैसे हैंडलूम, फूड प्रोसेसिंग, आयुर्वेदिक उत्पादों को निर्यात के लिए प्रोत्साहन देने पर चर्चा हुई।


निवेश घोषणाएँ और साझेदारियाँ

सम्मेलन के दौरान ₹2,300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।
इन निवेशों से लगभग 25,000 नए रोजगार अवसर सृजित होने की संभावना है।

प्रमुख निवेश क्षेत्रों में —

साथ ही, छत्तीसगढ़ सरकार ने “MSME प्रोत्साहन नीति 2025” की भी घोषणा की जिसमें टैक्स में छूट, ब्याज सब्सिडी और भूमि आवंटन में रियायतें शामिल हैं।


राज्य में SME क्षेत्र की वर्तमान स्थिति

छत्तीसगढ़ में इस समय लगभग 3.4 लाख MSME इकाइयाँ संचालित हैं।
इनमें से अधिकांश इकाइयाँ रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कोरबा, रायगढ़ और जांजगीर जिलों में केंद्रित हैं।

SME सेक्टर राज्य की अर्थव्यवस्था का लगभग 30% हिस्सा योगदान देता है।
सरकार के अनुसार, अगले 5 वर्षों में इस योगदान को 50% तक बढ़ाने का लक्ष्य है।


सम्मेलन में चर्चा के प्रमुख विषय

  1. “नवा छत्तीसगढ़ – नवा उद्योग” थीम पर चर्चा

  2. ग्रीन इंडस्ट्रियल पॉलिसी और पर्यावरणीय स्थिरता

  3. ‘स्टार्टअप से स्केलअप’ कार्यक्रम – युवाओं को उद्योग शुरू करने की प्रेरणा

  4. स्थानीय उत्पादों के लिए ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस की घोषणा

  5. लघु उद्योग हेल्पलाइन पोर्टल की शुरुआत


स्टार्टअप्स के लिए विशेष प्रावधान

इस सम्मेलन में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए कई नई पहलें की गईं —


सफल उद्यमियों की प्रेरक कहानियाँ

सम्मेलन का सबसे आकर्षक हिस्सा रहा — “Success Stories of Chhattisgarh Entrepreneurs” सत्र।
रायगढ़ की सपना अग्रवाल ने बताया कि कैसे उन्होंने छोटे पैमाने की हैंडलूम यूनिट को ई-कॉमर्स ब्रांड में बदला।
कोरबा के शिवम वर्मा ने कृषि उपकरण निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की यात्रा साझा की।

इन कहानियों ने युवाओं को दिखाया कि सही दिशा और सरकारी सहयोग से छोटा उद्योग भी बड़ा परिवर्तन ला सकता है।


सरकार की नई घोषणाएँ

छत्तीसगढ़ सरकार ने SME सम्मेलन 2025 में कई नई योजनाओं की घोषणा की:

  1. “MSME डिजिटल कार्ड योजना” – छोटे उद्योगों को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने के लिए।

  2. “Udyam Bandhu Portal” – उद्योगों की शिकायत और सहायता के लिए एकीकृत प्लेटफॉर्म।

  3. “Cluster Development Mission” – समान उद्योगों को एक साथ विकसित करने की नीति।

  4. “Zero Defect–Zero Effect” अभियान – गुणवत्ता और पर्यावरण मानकों पर विशेष फोकस।


सम्मेलन के परिणाम और संभावित प्रभाव


विशेषज्ञों की राय

“यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ के औद्योगिक भविष्य की रूपरेखा तय करेगा। अब छोटे उद्योग राज्य की रीढ़ बनेंगे।”
आर.के. अग्रवाल, चेयरमैन – CII छत्तीसगढ़

“राज्य सरकार MSME सेक्टर को सशक्त बनाकर स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच पर पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
ताम्रध्वज साहू, उद्योग मंत्री


भविष्य की दिशा

SME सम्मेलन 2025 के बाद राज्य सरकार ने घोषणा की कि अब हर वर्ष “नवा उद्योग छत्तीसगढ़ एक्सपो” आयोजित किया जाएगा।
इसके अलावा, 2026 तक 10 नए औद्योगिक क्लस्टर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।

साथ ही, विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए “Invest Chhattisgarh Portal 2.0” लॉन्च किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ SME सम्मेलन 2025 ने राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को नई ऊर्जा दी है।
यह आयोजन सिर्फ निवेश का मंच नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ के सपने को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम है।

यह सम्मेलन दर्शाता है कि छोटे और मध्यम उद्योग ही किसी भी राज्य की आर्थिक रीढ़ होते हैं — और छत्तीसगढ़ अब उस दिशा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है।

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