Site icon City Times Raigarh

“4 अक्टूबर 2025 रायगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से दो युवकों की मौत – पूरी जानकारी”

आकाशीय बिजली से दो युवकों की मौत एक दुखद घटना 


 घटना का विवरण

2025 के अक्टूबर माह में छत्तीसगढ़ राज्य के रायगढ़ जिले के ग्राम गंजाईपाली में एक दुखद घटना घटी, जिसमें दो युवकों की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गई। यह घटना 30 सितंबर 2025 को दोपहर लगभग 3 बजे छाल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुई। मृतकों की पहचान आकाश किंडो (19 वर्ष) और लिबुन केरकेट्टा (19 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों युवक बकरी चराने के लिए जंगल में गए थे। मौसम अचानक बिगड़ा और तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए दोनों युवक महुआ के पेड़ के नीचे खड़े हो गए, तभी आकाशीय बिजली गिरी और दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। साथ ही, तीन बकरियों की भी मौत हो गई। घटना के बाद से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। हरिभूमि

आकाशीय बिजली गिरने से दो युवकों की मौत
— खेत में काम करते समय अचानक बिजली गिरने से हादसा। Nai Dunia


 आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक आपदा

आकाशीय बिजली, जिसे ‘लाइटनिंग’ भी कहा जाता है, पृथ्वी पर गिरी एक प्राकृतिक विद्युत डिस्चार्ज है। यह तब होती है जब बादलों में सकारात्मक और नकारात्मक आवेशों के बीच संतुलन बिगड़ता है, जिससे एक शक्तिशाली विद्युत प्रवाह उत्पन्न होता है। भारत में, विशेषकर मानसून के दौरान, आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में भी इस प्रकार की घटनाएं समय-समय पर होती रहती हैं, जिससे जान-माल की हानि होती है।

आकाशीय बिजली, जिसे आम बोलचाल में लाइटनिंग कहा जाता है, पृथ्वी और बादलों के बीच होने वाली प्राकृतिक विद्युत् क्रिया है। यह एक शक्तिशाली विद्युत प्रवाह होता है जो बादलों में जमा सकारात्मक और नकारात्मक आवेशों के असंतुलन के कारण उत्पन्न होता है।

1. कैसे होती है आकाशीय बिजली?

2. आकाशीय बिजली के प्रभाव

3. भारत में और रायगढ़ में स्थिति

4. सुरक्षा उपाय

आकाशीय बिजली एक प्राकृतिक आपदा है, जो अचानक आती है और बहुत विनाशकारी हो सकती है। सही सुरक्षा उपाय अपनाकर इससे होने वाली हानि को काफी हद तक कम किया जा सकता है।


 रायगढ़ में आकाशीय बिजली से संबंधित अन्य घटनाएं

रायगढ़ जिले में इस प्रकार की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं। इससे पहले भी 23 सितंबर 2025 को रायपुर जिले के गोबरा नवापारा तहसील क्षेत्र अंतर्गत पारागांव में आकाशीय बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत हो गई थी। इसके अलावा, 10 सितंबर 2025 को रायपुर में एक छात्र की भी आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि आकाशीय बिजली से होने वाली हानि को लेकर जागरूकता की आवश्यकता है।

रायगढ़ जिले में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं दुर्लभ नहीं हैं। यहाँ की भौगोलिक स्थिति और मानसूनी मौसम इसे आकाशीय बिजली के लिए संवेदनशील बनाते हैं।

  1. सितंबर 2025 – गोबरा नवापारा क्षेत्र
    23 सितंबर 2025 को रायपुर जिले के गोबरा नवापारा क्षेत्र के पारागांव में तेज बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिर गई। इस घटना में लगभग 27 बकरियां झुलसकर मर गईं। यह घटना ग्रामीणों को आगाह करने के लिए एक चेतावनी साबित हुई कि जंगल या खुले मैदान में सुरक्षित नहीं हैं।

  2. सितंबर 2025 – रायपुर शहर
    10 सितंबर 2025 को रायपुर शहर में भी एक छात्र आकाशीय बिजली गिरने की चपेट में आ गया और उसकी मृत्यु हो गई। यह घटना यह दर्शाती है कि केवल ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं, बल्कि शहरी क्षेत्र भी इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव से अछूते नहीं हैं।

  3. अन्य मामूली घटनाएं
    रायगढ़ में पिछली दो दशकों में कई बार लोग बिजली गिरने से घायल हुए या झुलस गए हैं। अधिकांश मामले मानसून के दौरान घटित हुए हैं, जब मौसम अचानक बदल जाता है।


 सुरक्षा उपाय और जागरूकता

आकाशीय बिजली से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय हैं

इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग को भी इस प्रकार की घटनाओं के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, ताकि समय रहते उचित कदम उठाए जा सकें।


 शोक और संवेदनाएं

गंजाईपाली गांव में इस हादसे के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। परिवार के सदस्य और गांववाले गहरे दुख में डूबे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। इस प्रकार की घटनाएं हमें यह याद दिलाती हैं कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और जागरूकता कितनी महत्वपूर्ण है।

Next –

Exit mobile version