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राजनयिक क्रिकेट में वापसी 2025 में नई शुरुआत और खेल कूटनीति की दिशा में बड़ा कदम

 राजनयिक क्रिकेट में वापसी 2025 में खेल के ज़रिए रिश्तों की नई पारी

कूटनीति (Diplomacy) की दुनिया में कई तरह के माध्यम अपनाए जाते हैं — बैठकें, वार्ताएँ, सम्मेलन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान। लेकिन जब बात “दोस्ती” और “साझेदारी” की आती है, तो खेल हमेशा एक अनोखा पुल साबित हुआ है।
इसी कड़ी में 2025 में “राजनयिक क्रिकेट” (Diplomatic Cricket) की वापसी ने अंतरराष्ट्रीय जगत में नई ऊर्जा भर दी है।

यह सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि दोस्त देशों के बीच संवाद और विश्वास का मंच बन चुका है।

राजनयिक क्रिकेट में वापसी — रणजी ट्रॉफी मैच में छत्तीसगढ़ टीम ने पहले दिन काफ़ी दबाव झेला लेकिन अच्छी वापसी की। The Times of India


 राजनयिक क्रिकेट क्या है?

राजनयिक क्रिकेट एक ऐसा खेल आयोजन है, जिसमें भाग लेने वाले खिलाड़ी विभिन्न देशों के राजनयिक (Diplomats), दूतावास के अधिकारी, और विदेशी सेवा कर्मी होते हैं।
इसका मुख्य उद्देश्य खेल के माध्यम से दो देशों के बीच मित्रता और सहयोग को बढ़ाना है।

इसे अक्सर “Cricket for Peace and Partnership” (शांति और साझेदारी के लिए क्रिकेट) भी कहा जाता है।


 राजनयिक क्रिकेट का इतिहास

राजनयिक क्रिकेट की शुरुआत 1977 में लंदन से मानी जाती है, जब ब्रिटेन में तैनात भारतीय और पाकिस्तानी राजनयिकों ने दोस्ती के तौर पर एक मैत्री मैच खेला था।
धीरे-धीरे यह पहल दुनिया के कई हिस्सों तक पहुँची —

हालाँकि COVID-19 महामारी (2020–22) के दौरान यह आयोजन ठप पड़ गया था।
लेकिन 2025 में इसकी वापसी हुई है — और इस बार इसका दायरा पहले से कहीं बड़ा है।


 2025 में राजनयिक क्रिकेट की नई शुरुआत

 आयोजन स्थल नई दिल्ली, भारत

तिथि: 10 से 20 अक्टूबर 2025
थीम: “Bat for Bonds — Cricket Beyond Borders”
आयोजक: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)

 भाग लेने वाले देश

  1. भारत 🇮🇳

  2. ब्रिटेन 🇬🇧

  3. ऑस्ट्रेलिया 🇦🇺

  4. दक्षिण अफ्रीका 🇿🇦

  5. श्रीलंका 🇱🇰

  6. बांग्लादेश 🇧🇩


 आयोजन का उद्देश्य

इस टूर्नामेंट का मकसद सिर्फ क्रिकेट खेलना नहीं, बल्कि —

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने उद्घाटन समारोह में कहा:

“क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं और रिश्तों का पुल है। जब राजनयिक खेलते हैं, तो सीमाएँ मिट जाती हैं।”


 मैचों का रोमांच

 उद्घाटन मैच भारत बनाम ब्रिटेन

🇦🇺 ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका

एक हाई-वोल्टेज मुकाबला जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से जीत हासिल की।

🇱🇰 श्रीलंका बनाम बांग्लादेश

दोनों दक्षिण एशियाई देशों के बीच रोमांचक मैच टाई रहा, और दोनों टीमों ने दर्शकों का दिल जीत लिया।


 सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले

सेमीफाइनल-1: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया

भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराया।

सेमीफाइनल-2: दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका

दक्षिण अफ्रीका ने अंतिम ओवर में 6 रन बनाकर मैच अपने नाम किया।

फाइनल मुकाबला: भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका

फाइनल मैच 19 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया।


 पुरस्कार और सम्मान


 खेल के माध्यम से कूटनीति

क्रिकेट हमेशा से “सॉफ्ट पावर डिप्लोमेसी” का एक अहम हिस्सा रहा है।
जहाँ राजनीति दूरी बढ़ाती है, वहीं खेल उसे कम करता है।

राजनयिक क्रिकेट का यही संदेश है —

“We don’t compete, we connect.” (हम प्रतिस्पर्धा नहीं करते, हम जुड़ते हैं।)

 खेल कूटनीति के लाभ

  1. संवाद का मंच: दो देशों के राजनयिक आपसी विचार साझा करते हैं।

  2. तनाव कम करना: जिन देशों में राजनीतिक मतभेद होते हैं, वहाँ यह खेल नई शुरुआत का अवसर देता है।

  3. जनता के साथ जुड़ाव: आम लोग अपने देशों के बीच सकारात्मक संबंधों को देखने लगते हैं।


 अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

इस आयोजन के बाद कई देशों ने संकेत दिए कि वे भी राजनयिक खेलों की वापसी का समर्थन करेंगे।


 दर्शकों की प्रतिक्रिया

नई दिल्ली में आयोजित मैचों में बड़ी संख्या में छात्र, विदेशी नागरिक, और राजनयिक परिवार मौजूद रहे।
सोशल मीडिया पर #DiplomaticCricket2025 ट्रेंड करने लगा।

कुछ प्रमुख ट्वीट्स —

 “राजनयिक क्रिकेट ने हमें सिखाया कि राजनीति से परे भी दोस्ती ज़िंदा है।” — @IndiaSportsDesk

 “Peace through play — the best kind of diplomacy!” — @UKinIndia


 आयोजन की झलकियाँ


 विशेषज्ञों की राय

राजनयिक मामलों के विशेषज्ञ प्रो. संदीप भट्टाचार्य के अनुसार —

“राजनयिक क्रिकेट सिर्फ मनोरंजन नहीं, यह अंतरराष्ट्रीय राजनीति के लिए एक सकारात्मक प्रतीक है। इसमें कोई जीत या हार नहीं होती, बल्कि भरोसे की जीत होती है।”

पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने कहा:

“यह देखकर अच्छा लगता है कि क्रिकेट अब युद्ध नहीं, संवाद का माध्यम बन रहा है।”


 आयोजन की चुनौतियाँ

हालाँकि आयोजन सफल रहा, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आईं —

  1. मौसम की अनिश्चितता (दिल्ली में हल्की बारिश)

  2. सुरक्षा व्यवस्था की जटिलता

  3. राजनयिक समय-सारणी का तालमेल बिठाना

फिर भी, सभी टीमों ने पूरे उत्साह और सम्मान के साथ भाग लिया।


 भविष्य की योजनाएँ

2026 के लिए योजना बनी है कि राजनयिक क्रिकेट टूर्नामेंट हर दो साल में आयोजित किया जाएगा।
इसके अगले संस्करण की मेज़बानी ऑस्ट्रेलिया (सिडनी) करेगा।

इसके अलावा

राजनयिक क्रिकेट की वापसी ने यह साबित किया कि खेल सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि कूटनीति का एक शक्तिशाली औज़ार है।
2025 का यह टूर्नामेंट भारत की खेल और विदेश नीति दोनों में एक नई शुरुआत है — जहाँ बैट और बॉल के ज़रिए दोस्ती की पारी खेली जा रही है।

“जब खिलाड़ी राजनयिक बनते हैं, और राजनयिक खिलाड़ी — तब सीमाएँ नहीं, संबंध बनते हैं।”

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