छत्तीसगढ़ में 5 प्रमुख सामाजिक-विकास पहल
सामाजिक और क्षेत्रीय सुधार की दिशा में छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़, भारत के दिल में स्थित एक कृषि प्रधान और संसाधन संपन्न राज्य, पिछले कुछ वर्षों में सामाजिक और क्षेत्रीय विकास की दिशा में कई महत्वाकांक्षी कदम उठा रहा है।
राज्य सरकार की ये पहलें केवल आर्थिक विकास तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनका लक्ष्य सामाजिक समावेशिता, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास और क्षेत्रीय सुधार है।
विभिन्न सामाजिक-विकास पहल और क्षेत्रीय सुधार – जैसे कि बाल विवाह-मुक्त घोषित जिलों की संख्या बढ़ना, सामाजिक न्याय-विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा मिलना आदि चर्चा में हैं। cgcurrentaffairs.com+1
इन प्रयासों से यह स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ “समग्र और सतत विकास” की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
छत्तीसगढ़ सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में कई बड़े सुधार लागू किए हैं। इनमें शामिल हैं:
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ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का संवर्धन
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राज्य में सभी ब्लॉक और पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
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डॉक्टरों, नर्सों और एएनएम (Auxiliary Nurse Midwife) की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।
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डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएँ
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ग्रामीण इलाकों में टेलीमेडिसिन सेवाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
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इससे दूरदराज़ के क्षेत्रों के लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह मिल रही है।
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स्वास्थ्य बीमा और मुफ्त दवाइयाँ
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मुख्यमंत्री सुकन्या स्वास्थ्य योजना और अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीब परिवारों को मुफ्त दवाइयाँ और स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जा रहा है।
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सार्वजनिक स्वास्थ्य जागरूकता
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पोषण, टीकाकरण, महिला स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के लिए राज्य स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।
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शिक्षा और युवा सशक्तिकरण
शिक्षा क्षेत्र में राज्य सरकार ने निम्नलिखित सुधार लागू किए हैं:
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आधुनिक स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर
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सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लैब और पुस्तकालय स्थापित किए जा रहे हैं।
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महिला शिक्षा पर विशेष जोर
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“बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” अभियान के तहत, ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में लड़कियों की स्कूलों में नामांकन दर बढ़ी है।
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कौशल विकास केंद्र
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युवाओं को तकनीकी, कृषि और हस्तशिल्प कौशल सिखाने के लिए केंद्र खोले जा रहे हैं।
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इससे रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और क्षेत्रीय आत्मनिर्भरता बढ़ती है।
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छात्रवृत्ति और प्रोत्साहन योजनाएँ
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उच्च शिक्षा में दाखिला लेने वाले आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को वित्तीय सहायता और छात्रवृत्तियाँ दी जा रही हैं।
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महिला सशक्तिकरण और सामाजिक समावेशिता
महिला सशक्तिकरण के लिए छत्तीसगढ़ ने कई योजनाएँ लागू की हैं:
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महिला स्व-सहायता समूह (SHG) का विस्तार
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ग्रामीण महिलाओं को समूहों में बांधकर लघु उद्योग, बैंकिंग और विपणन की ट्रेनिंग दी जा रही है।
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इससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
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महिला सुरक्षा पहल
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24×7 महिला हेल्पलाइन और पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं।
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शिक्षा और रोजगार के माध्यम से महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जा रही है।
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स्त्री स्वास्थ्य और पोषण
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गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए पोषण और स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
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कृषि और ग्रामीण विकास
कृषि क्षेत्र छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है। सरकार ने निम्न सुधार लागू किए हैं:
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धान खरीदी प्रक्रिया में सुधार
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ऑनलाइन पंजीकरण और तुरंत भुगतान प्रणाली लागू की गई है।
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किसानों को MSP और बोनस के माध्यम से अधिक लाभ दिया जा रहा है।
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सिंचाई और जल प्रबंधन
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छोटे और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से कृषि क्षेत्र में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
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कृषि और तकनीकी शिक्षा
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किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक, जैविक खेती और फसल विविधीकरण की ट्रेनिंग दी जा रही है।
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ग्रामीण बुनियादी ढांचा विकास
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सड़कों, बिजली और बाजार संपर्क के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ हो रही है।
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सड़क और क्षेत्रीय सुधार
छत्तीसगढ़ सरकार ने क्षेत्रीय सुधार के लिए सड़क निर्माण और कनेक्टिविटी को प्राथमिकता दी है।
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ग्रामीण सड़कों का डामरीकरण
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ग्रामों को ब्लॉक मुख्यालयों और बाजार से जोड़ने के लिए सड़कों का निर्माण।
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नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण
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बस्तर, सुकमा और नारायणपुर में सड़क निर्माण से सुरक्षा बल और नागरिकों की आवाजाही आसान हुई है।
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औद्योगिक क्षेत्रों से कनेक्टिविटी
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रायगढ़, कोरबा और दुर्ग में औद्योगिक मार्गों का निर्माण, जिससे व्यापार और रोजगार को बढ़ावा।
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पर्यावरण-अनुकूल सड़क निर्माण
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प्लास्टिक वेस्ट और फ्लाई ऐश के उपयोग से सड़क निर्माण परियोजनाएँ।
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सामाजिक कल्याण और ग्रामीण योजनाएँ
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ग्रामीण आवास योजना
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गरीब परिवारों को पक्के मकान और बिजली उपलब्ध कराना।
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स्नातक और युवा कार्यक्रम
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युवाओं के लिए रोजगार, प्रशिक्षण और उद्यमिता केंद्र।
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सफाई और स्वच्छता अभियान
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स्वच्छ भारत मिशन के तहत गाँवों में शौचालय और कचरा प्रबंधन।
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जल और स्वच्छता सुधार
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गांवों में पीने के पानी की सुविधा और जल संरक्षण उपाय।
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सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इन पहलों का प्रभाव राज्य पर व्यापक है
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स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार
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महिला सशक्तिकरण और रोजगार के अवसर
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कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्थिरता
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क्षेत्रीय विकास और बेहतर कनेक्टिविटी
विशेषज्ञ मानते हैं कि इन पहलों से छत्तीसगढ़ भारत के अग्रणी विकासशील राज्यों में शामिल हो सकता है।
चुनौतियाँ और सुधार की जरूरत
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दूरदराज़ और नक्सल प्रभावित इलाकों में कार्यान्वयन की कठिनाई।
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डिजिटल और तकनीकी जागरूकता का अभाव।
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संसाधनों और बजट की सीमाएँ।
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सामाजिक और जातिगत असमानता को दूर करने की आवश्यकता।
इन चुनौतियों के बावजूद, राज्य सरकार ने समग्र और सतत विकास की दिशा में निरंतर प्रयास किए हैं।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. राधिका वर्मा, सामाजिक कार्य विशेषज्ञ
“छत्तीसगढ़ की यह पहल दर्शाती है कि सामाजिक और क्षेत्रीय सुधार केवल योजनाओं का निर्माण नहीं, बल्कि उनके प्रभावी क्रियान्वयन में निहित हैं।
राज्य की समग्र प्रगति तब संभव है जब स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और बुनियादी ढांचा एक साथ विकसित हों।”
राज्य योजना आयोग के सदस्य डॉ. अजय सक्सेना कहते हैं
“सामाजिक और क्षेत्रीय सुधारों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान विकास सुनिश्चित किया जा रहा है। यह छत्तीसगढ़ के दीर्घकालिक विकास की नींव है।”
छत्तीसगढ़ में सामाजिक-विकास पहल और क्षेत्रीय सुधार राज्य की प्रगति की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं।
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स्वास्थ्य, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण में सुधार।
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ग्रामीण और कृषि क्षेत्रों में विकास।
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सड़क, कनेक्टिविटी और औद्योगिक सुधार।
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रोजगार और कौशल विकास में वृद्धि।
इन पहलों से राज्य आर्थिक, सामाजिक और क्षेत्रीय विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
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