छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के बल्लेबाज़ आयुष पांडेय का शानदार शतक मुंबई के खिलाफ़ रोमांचक मुकाबला
छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज़ आयुष पांडेय ने एक बार फिर अपने बेहतरीन प्रदर्शन से राज्य का नाम रोशन किया है। मुंबई के खिलाफ खेले गए रणजी ट्रॉफी मुकाबले में उन्होंने नाबाद शतक (110)* ठोककर टीम को हार से बचाते हुए मैच को ड्रॉ की दिशा में पहुंचा दिया।
रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में आयुष का प्रदर्शन दर्शकों के लिए किसी रोमांचक फिल्म से कम नहीं था। उनकी पारी ने न केवल टीम को स्थिरता दी बल्कि आने वाले घरेलू सत्र के लिए उम्मीदें भी बढ़ा दीं।
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छत्तीसगढ़ क्रिकेट टीम के खिलाड़ी आयुष पांडेय ने शानदार शतक लगाया और टीम ने अहम मैच ड्रॉ किया। The Times of India
मैच का संक्षिप्त विवरण
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टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी 2025-26
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मुकाबला छत्तीसगढ़ बनाम मुंबई
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स्थान शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर
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परिणाम मैच ड्रॉ
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छत्तीसगढ़ की दूसरी पारी 332/6 (घोषित नाबाद)
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आयुष पांडेय 110* रन (183 गेंदों में, 14 चौके, 2 छक्के)
पहली पारी में संघर्ष
मुकाबले की शुरुआत में छत्तीसगढ़ की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का निर्णय लिया, लेकिन यह निर्णय उम्मीदों के अनुसार साबित नहीं हुआ। मुंबई के तेज़ गेंदबाज़ों ने शुरुआती झटके दिए, जिससे टीम 180 रनों पर सिमट गई।
पहली पारी में केवल अभिषेक पाल (45) और शशांक सिंह (38) कुछ टिक पाए।
इसके जवाब में मुंबई की टीम ने पहली पारी में 405 रन बनाए।
मुंबई के बल्लेबाज़ सौरभ तिवारी (119) और पृथ्वी शॉ (87) ने शानदार साझेदारी कर मैच को अपने पक्ष में झुका दिया।
इस समय ऐसा लग रहा था कि मैच एकतरफा हो जाएगा।
दूसरी पारी में पलटा पासा — आयुष पांडेय की शानदार वापसी
दूसरी पारी में जब छत्तीसगढ़ ने बल्लेबाज़ी शुरू की, तो टीम ने फिर शुरुआती विकेट जल्दी गंवा दिए। स्कोरबोर्ड पर मात्र 35 रन थे और तीन प्रमुख बल्लेबाज़ पवेलियन लौट चुके थे।
ऐसे मुश्किल समय में आयुष पांडेय ने मोर्चा संभाला।
उन्होंने चौथे विकेट के लिए शशांक सिंह के साथ 98 रनों की साझेदारी की और फिर हरप्रीत भाटिया के साथ 120 रनों की अटूट साझेदारी कर टीम को मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया।
आयुष की पारी की खासियत थी —
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धैर्य और तकनीक का संतुलन,
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स्पिन और तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ़ शानदार फुटवर्क,
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और हर रन के लिए समझदारी से खेला गया शॉट चयन।
उनका शतक 183 गेंदों में पूरा हुआ और उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके और 2 शानदार छक्के लगाए।
मैदान का माहौल — तालियों की गूंज
रायपुर के दर्शकों ने जब आयुष का शतक पूरा होते देखा, तो पूरा मैदान तालियों की गूंज से भर गया।
टीम के ड्रेसिंग रूम से लेकर स्टैंड्स में बैठे दर्शक तक खड़े होकर उनका स्वागत कर रहे थे।
इस पारी ने न केवल मैच को बचाया बल्कि यह भी साबित किया कि छत्तीसगढ़ की युवा टीम अब किसी भी बड़े प्रतिद्वंद्वी से मुकाबला करने की क्षमता रखती है।
कोच और कप्तान की प्रतिक्रिया
टीम के कोच राजेश मुरारी ने कहा —
“आयुष का यह शतक सिर्फ़ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि टीम के आत्मविश्वास की जीत है। जब टीम मुश्किल में थी, तब उसने धैर्य रखकर जिम्मेदारी निभाई।”
कप्तान हरप्रीत भाटिया ने भी सराहना करते हुए कहा —
“आयुष ने जो परिपक्वता दिखाई, वह शानदार थी। उन्होंने बल्लेबाज़ी की कला और संयम का बेहतरीन उदाहरण पेश किया।”
मुंबई के गेंदबाज़ों की परीक्षा
मुंबई की ओर से इस मुकाबले में उनके स्टार गेंदबाज़ तुषार देशपांडे और शम्स मुलानी ने गेंदबाज़ी संभाली।
पहली पारी में उन्होंने छत्तीसगढ़ के बल्लेबाज़ों को परेशान किया था, लेकिन दूसरी पारी में आयुष और हरप्रीत के सामने उनका अनुभव भी फीका पड़ गया।
खासकर जब आयुष ने मुलानी के खिलाफ़ लगातार दो चौके और एक शानदार कवर ड्राइव लगाया, तो मैच का रुख बदलने लगा।
मैच के अहम मोड़
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पहला झटका: छत्तीसगढ़ की पहली पारी में 50 रनों के भीतर 4 विकेट गिरना।
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मुंबई की बढ़त: सौरभ तिवारी का शतक और 225 रनों की बढ़त।
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आयुष का प्रवेश: मुश्किल हालात में बल्लेबाज़ी करते हुए साझेदारी बनाना।
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शतक की खुशी: जब टीम के लिए ड्रॉ हासिल करना मुश्किल लग रहा था, तब आयुष ने हिम्मत दिखाई और टीम को बचाया।
आयुष पांडेय — उभरता सितारा
रायपुर के 24 वर्षीय बल्लेबाज़ आयुष पांडेय पिछले कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ क्रिकेट में निरंतरता और परिपक्वता के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने अंडर-19 स्तर पर मध्य भारत के लिए कई शानदार पारियाँ खेलीं और अब रणजी स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर रहे हैं।
उनके क्रिकेट करियर की झलक
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रणजी ट्रॉफी 2023-24: 6 मैचों में 450 रन, औसत 45.00
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रणजी ट्रॉफी 2024-25 (अब तक): 3 मैचों में 2 अर्धशतक, 1 शतक
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फर्स्ट क्लास कुल रन: 1200+
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स्ट्राइक रेट: 61.8
उनकी शैली तकनीकी रूप से मजबूत है, और वे लंबे फॉर्मेट में टिककर खेलने वाले बल्लेबाज़ माने जाते हैं — जो टीम को स्थिरता प्रदान करते हैं।
छत्तीसगढ़ टीम का प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ टीम ने पिछले कुछ वर्षों में घरेलू क्रिकेट में अपनी मजबूत पहचान बनाई है।
इस सीजन में टीम ने अब तक 4 मैचों में 1 जीत, 2 ड्रॉ और 1 हार दर्ज की है।
टीम के कोचिंग स्टाफ का कहना है कि “इस बार का लक्ष्य सिर्फ़ ज़ोनल फाइनल नहीं, बल्कि क्वार्टरफाइनल तक पहुँचना है।”
टीम के प्रमुख खिलाड़ी
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हरप्रीत भाटिया (कप्तान)
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शशांक सिंह (ऑलराउंडर)
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आयुष पांडेय (बल्लेबाज़)
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शुभम अग्रवाल (स्पिनर)
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अजय मंडल (ऑलराउंडर)
राज्य क्रिकेट संघ की प्रतिक्रिया
छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (CGCA) ने आयुष के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह राज्य के युवाओं के लिए “प्रेरणास्रोत” बन गए हैं।
संघ के सचिव ने कहा —
“यह पारी न केवल खेल की दृष्टि से शानदार थी, बल्कि यह दर्शाती है कि हमारे खिलाड़ी अब मानसिक रूप से भी मजबूत हो चुके हैं। आयुष जैसे खिलाड़ी ही राज्य क्रिकेट को ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।”
फैंस की खुशी और सोशल मीडिया पर बधाइयाँ
आयुष के शतक की खबर सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो गई।
#AyushPandey, #CGCricket, और #RaipurRanji जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
फैंस ने ट्वीट कर लिखा —
“रायपुर का बेटा, मैदान का सितारा!”
“आयुष पांडेय — छत्तीसगढ़ का भविष्य!”
इससे यह साफ़ है कि स्थानीय क्रिकेट प्रेमी अब अपने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर देखने की उम्मीद कर रहे हैं।
आगामी मुकाबले और रणनीति
छत्तीसगढ़ का अगला मुकाबला दिल्ली के खिलाफ़ 5 नवंबर से शुरू होगा।
कोचिंग स्टाफ ने बताया कि टीम अब भी कुछ क्षेत्रों पर काम कर रही है —
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शुरुआती विकेटों की रक्षा,
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फील्डिंग में सुधार,
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और गेंदबाज़ी में विविधता लाने की रणनीति।
आयुष पांडेय ने मैच के बाद कहा —
“हमने साबित किया कि अगर टीम एकजुट हो, तो किसी भी मजबूत विपक्ष को टक्कर दी जा सकती है। मैं इस शतक को टीम को समर्पित करता हूँ।”
आयुष पांडेय का यह शतक सिर्फ़ एक रनसंख्या नहीं, बल्कि एक संघर्ष, संयम और संकल्प की कहानी है।
उन्होंने दिखाया कि कैसे मुश्किल हालात में धैर्य रखकर टीम को जीत की राह पर लाया जा सकता है।
मुंबई जैसी टीम के खिलाफ़ ड्रॉ हासिल करना किसी छोटी बात नहीं। यह छत्तीसगढ़ क्रिकेट की बढ़ती परिपक्वता और खिलाड़ियों के आत्मविश्वास का प्रमाण है।
आने वाले दिनों में अगर आयुष इसी फॉर्म में बने रहे, तो वे निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के अगले बड़े नामों में शामिल हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ क्रिकेट अब केवल प्रतिभा नहीं, बल्कि प्रदर्शन का भी केंद्र बनता जा रहा है — और इस नई कहानी का नायक है आयुष पांडेय।
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